सकल जैन समाज एवं समस्त जैन संगठन ने विले पार्ले मुंबई स्थित जैन मंदिर को पुनः बनवाने तथा जैन साधुओं तथा जैन तीर्थों पर हो रहे हमले को रुकवाने एवं उचित कार्रवाई के संबंध में एसडीएम कार्यालय में तहसीलदार को सोपा ज्ञापन

0

 


कोलारस। प्रधानमंत्री  एवं मुख्यमंत्री के नाम सकल जैन समाज एवं समस्त जैन संगठन ने आज एकत्रित होकर विले पार्ले मुंबई स्थित जैन मंदिर को पुनः बनवाने तथा जैन साधुओं तथा जैन तीर्थों पर हो रहे हमले को रुकवाने  एवं उचित कार्रवाई के संबंध में एसडीएम कार्यालय में पहुंचकर  तहसीलदार को  ज्ञापन सोपा है जैन समाज ने बताया कि

16 अप्रेल को विले पार्ले मुंबई में 30 वर्ष पूर्व स्थापित पूरी तरह बैध जैन मंदिर को रामकृष्ण होटल संचालक को लाभ पहुँचाने के लिये BMC मुंबई के भृष्ट अधिकारियों ने तोड़ दिया। यह कार्यवाही पूरी तरह से निंदनीय एवं देश के लिये भी शर्मनाक कृत्य है क्योंकि इससे शांति प्रिय अहिंसक एवं देश के लिये महत्व पूर्ण योगदान देने वाले अल्पसंख्यक जैन समाज को बहुत आघात पहुँचा है।

 एवं कुछ दिन पूर्व ही नीमच जिले में एक मंदिर में रात्रि विश्राम कर रहे जैन साधुओं पर असामाजिक तत्वों ने प्राणघातक हमला किया इस से लगता है कि म.प्र. में असामाजिक तत्वों के होंसले बहुत बड़ गयें हैं और उन्हें कानून का बिल्कुल डर नहीं रहा है। जैन साधुओं पर हमला हमारे शांतिप्रिय म.प्र. के लिए बहुत बड़ी कलंक की बात है जो कि नहीं होना चाहिये। जबलपुर के विधायक अभिलाष पांडे के प्रतिनिधि शैलेन्द्र सिंह एवं मण्डल अध्यक्षा जागृति शुक्ला ने जैन समाज की तुलना रावण से करके बहुत ही अनर्गल शब्दों का प्रयोग जैन समाज के लिये किया है जो कि किसी भी कीमत पर क्षमा करने योग्य नहीं है। ऐसे नफरती लोगों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की आवश्यकता है कि जो कि नहीं हुयी है पार्टी ने उन दोनों का सिर्फ निष्काशन करके पल्ला झाड़ लिया जबकि उन दोनो परार करके उन्हें जेल भेजना चाहिये था।  अभी अप्रैल माह के प्रथम सप्ताह में ही ग्वालियर किला स्थित प्राचीन जैन प्रतिभाओं पर नरवर मगरौनी के एक परिवार ने जूते-चप्पल पहनकर ना केवल फोटो खिंचवाये बल्कि रील बनाते हुये जैन भगवानों के लिये बहुत ही घटिया शब्दों का प्रयोग किया और रील को सोशल मीडिया पर भी पोस्ट कर दिया। इस कारण पूरे भारत की जैन समाज को बहुत ही पीढ़ा पहुँची है। इस मामले को भी ग्वालियर पुलिस ने सिर्फ FIR करके छोड दिया। जबकि आरोपित परिवार को जेल होनी चाहिये थी। जैन समाज ने कहा कि पिछले 15-20 वर्षों में भारत में महत्वपूर्ण योगदान देने वाली अल्पसंख्यक जैन समाज, जैन धर्म एवं जैन तीर्थ ओर जैन साधुओं पर लगातार आक्रमण हो रहें है जिस कारण जैन समाज बहुत ही दुःखी है और हमें बार-बार सड़‌कों पर उतरना पड़ रहा है। जो कि ठीक नहीं है।  देश की तरक्की मे महत्वपूर्ण योगदान देनी वाली अल्पसंख्यक जैन समाज के तीर्थों एवं साधुओं की रक्षा करें तथा जैन धर्म एवं जैन समाज पर अनर्गल टिप्पणी करने वालों पर सख्त कानूनी कार्यवाही कर विले पार्ले मुम्बई स्थित जैन मंदिर को पुनः भव्य रूप में बनवाने हेतु BMC मुम्बई को आदेशित कर दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्यवाही करने की मांग की गई। जिसमें सकल जैन समाज एवं समस्त जैन संगठन के महिला सहित आधा सैकड़ा जैन समुदाय के लोग एसडीएम कार्यालय पहुंचे।

Post a Comment

0 Comments
Post a Comment (0)
/*-- Don't show description on the item page --*/
To Top