इस घटना में 2 लोग भी सामने आए हैं जिन्होंने न केवल बहादुरी दिखाई बल्कि मानवीयता का भी परिचय दिया है। ये हैं राजावन निवासी शीतल जाटव और प्राणसिंह।
जैसे ही इन्होंने देखा कि मंदिर के पास आ रही नाव पानी में डूब रही है। तत्काल दूसरी नाव लेकर यह उसे दोनों उस क्षेत्र में पहुंचे और लोगों को बचाने में मदद की। इस घटना के दौरान आठ लोग सुरक्षित बाहर आ पाए दुर्भाग्यपूर्ण 7 लोग पानी में डूब गए लेकिन जिस प्रकार शीतल जाट और प्राण सिंह लोधी ने घटना के समय तत्परता दिखाई उससे कई लोगों की जान बचाने में मदद मिली। आज सुरक्षित बाहर आए लोग इनका शुक्रिया कर रहे हैं।
इस घटना में एक 14 साल के बच्चे ने भी साहसिक परिचय दिया है। एक 14 साल का बच्चा जो उस समय नाव में सवार था जब नाव डूबने लगी तब भी बच्चे का साहस कम न हुआ। उसने न केवल अपने आप की जान बचाई बल्कि अपनी ताई और अपनी मां की जान बचाने में भी वह कामयाब रहा। बच्चों की चतुराई से कुछ देर तक पानी में रहे, तब तक वहां दूसरी नाव पहुंची, जिसमें ग्रामीण प्राणसिंह लोधी और शीतल जाटव थे और उन्होंने मदद की। इस प्रकार उस समय आठ लोगों की जान बच गई।