शिवपुरी में मानस भवन में शनिवार को जन समस्या निवारण शिविर का आयोजन किया गया। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर जनसमस्या निवारण शिविर में शामिल हुए। उन्होंने आमजन की समस्याएं सुनी और अधिकारियों को निर्देशित किया। कई ऐसे नागरिक थे, जिन्होंने शिविर में आवेदन किया और तत्काल उनका निराकरण कर दिया गया। कई वृद्धजनों को पेंशन स्वीकृति प्रमाण पत्र मौके पर ही प्रदान किए गए।
इस जन समस्या निवारण शिविर में कुल 1261 आवेदन आए। जिनमें से 161 आवेदनों का मौके पर ही निराकरण कर दिया गया। इनमें पट्टे एवं आवास की मांग के 217 आवेदन आए जो की विचारण में है। निराकरण के लिए 737 आवेदन लंबित हैं, जिनका निराकरण समय सीमा में किया जाएगा।
जन समस्या निवारण शिविर में आवास, पट्टे, विद्युत बिल, बीपीएल कार्ड, वृद्धावस्था पेंशन, आयुष्मान कार्ड आदि के आवेदन आए, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक-एक कर सैकड़ो आवेदनकर्ताओं को सुना और कलेक्टर रवींद्र कुमार चौधरी सहित संबंधित विभाग के अधिकारी को निराकरण के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि इस शिविर में जो आवेदन आए हैं, उनकी मॉनिटरिंग की जाएगी और आवेदनों का समय सीमा में निराकरण किया जाएगा। कोई भी नागरिक परेशान ना हो। आपकी जो भी समस्याएं हैं, उनका निराकरण समय पर होगा। शिविर के दौरान एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
वृद्धजनों के चेहरे पर आई खुशी, शिविर में मिले वृद्धावस्था पेंशन स्वीकृति पत्र
इस शिविर के दौरान कई वृद्धजन भी थे जिन्होंने वृद्धावस्था पेंशन सहित विभिन्न योजनाओं के लाभ के लिए आवेदन किया और मौके पर ही उनके आवेदन का निराकरण भी कर दिया गया। जब केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उन्हें स्वीकृति पत्र प्रदान किया तो वृद्धजनों के चेहरे पर खुशी का भाव था।
शिविर में लोहा देवी ग्राम पंचायत निवासी बसंती झा, प्रहलाद यादव, विलोकला निवासी मोहनलाल, प्रेम जाटव को वृद्धावस्था पेंशन स्वीकृति पत्र दिया गया। इसके अलावा करई निवासी कविता गुर्जर को संबल योजना, जमुना आदिवासी, नारायणी आदिवासी, रेखा आदिवासी को पोषण आहार योजना से लाभान्वित किया गया। भगवती जाटव और बती यादव की कल्याणी पेंशन स्वीकृत की गई।
दिव्यांग जनों को प्रदान किया सहायक उपकरण
जन समस्या निवारण शिविर के दौरान एडीप योजना अंतर्गत दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण प्रदान किए गए। जिसमें कुल 31 दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण प्रदाय किए।